रतन टाटा के बारे में ऐसी बातें जो कोई नहीं जानता |Ratan Tata |
Biography
रतन टाटा का फुल नाम है रतन नवल टाटा और इनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को सूरत इंडिया में हुआ और 2020 के हिसाब से 80 साल रतन टाटा ने अपने आठवीं क्लास तक की पढ़ाई चैंपियन स्कूल से की इसके बाद में उस चले गए जहां इन्होंने अपनी बाकी की पढ़ाई हॉवर्ड बिजनेस स्कूल से पूरी की और उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन आर्किटेक्चर फील्ड में की है यूनिवर्सिटी उस रिपोर्ट के मुताबिक रतन टाटा अपने स्कूल और यूनिवर्सिटी में एक इंटेलिजेंट स्टूडेंट थे और ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने अपना करियर आर्किटेक्चर फील्ड में ही बनाना चाहा लेकिन मैं बिजनेस बैकग्राउंड फैमिली से बिलॉन्ग करते थे इसी कारण एक दिन ने अचानक यह ख्याल आया कि आर्किटेक्चर फील्ड में करियर बनाने से बेहतर है कि वह अपने बिजनेस को आगे लेकर जाएं और अपने पैशन को देखते हुए रतन टाटा ने 1975 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट की भी डिग्री ली रतन टाटा पैसे से एक इंडस्ट्रियलिस्ट बिजनेसमैन फिलैंथरोपिस्ट एंटरप्रेन्योर और इन्वेस्टर है चलिए तो सब बात कर लेते रतन टाटा के करियर के बारे में रतन टाटा पढ़ाई में इतना इंटेलिजेंस थे कि उन्हें इबीएम जैसी कंपनी से जब की ऑफर आई थी दोस्तों आपको बता दे कि आईपीएल में अमेरिकन मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी है और वह लोग बहुत लकी होते हैं जिन्हें कंपनी में जॉब करने का मौका मिलता है लेकिन रतन टाटा ने उसे जब की ऑफर को ठुकरा दिया क्योंकि उसे वक्त में मन बना चुके थे कि ने एक बिजनेस में नहीं बना है और 1961 में रतन टाटा ने अपनी पहली जॉब की शुरुआत की टाटा स्टील से और यहां पर वह प्लास्टर ऑफ पेरिस और पत्थरों की सप्लाईज को मैनेज किया करते थे टाटा स्टील में काम करने के बाद रतन ने टाटा की हर कंपनी में कोई ना कोई डिफरेंट जॉब की और उसकी वजह यह थी कि वह अपने बिजनेस को पूरे तरीके से समझाना चाहते थे बिजनेस की अच्छी नॉलेज पाने के बाद रतन को टाटा कंपनी के मैनेजमेंट टीम के साथ काम करने का मौका मिला 1971 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप की टीवी और रेडियो बनाने वाली कंपनी नेल्को की जिम्मेदारी सौंप गई और यह कंपनी उसे वक्त घाटे में जा रही थी और 1971 से लेकर 1974 तक रतन टाटा ने इस पर दिलो जान से मेहनत की और इस कंपनी को सिर्फ चार सालों में मार्केट में एक अलग ही पहचान दिलाई लेकिन बाद में कुछ इश्यूज की वजह से इस कंपनी को बंद करने की नौबत आ गई और उसे बंद कर दिया गया और यह रतन टाटा की जिंदगी का पहला फैलियर था लेकिन उन्होंने हर ना मानकर आगे बढ़ने का फैसला किया इसके बाद रतन टाटा ने अपनी एक और डूबी हुई कंपनी टाटा एक्सप्रेस मेल को खड़ा करने की कोशिश की लेकिन यहां भी सफलता की और यह कंपनी भी बंद हो गई 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप का अध्यक्ष बनाया गया और अब तक इन्होंने बिजनेस की इतनी नॉलेज हासिल कर ली थी कि अगले 21 सालों में लगातार मेहनत करके वेट टाटा कंपनी को इंटरनेशनल लेवल तक ले गए और अपने कंपनी को एक्सपेंड करते गए भारत और फॉरेन कंट्री में और रतन टाटा के आने के बाद टाटा ग्रुप को 50% का मुनाफा होने लगा हर साल का सफर शुरू किया और काफी साल टाटा ग्रुप में काम करने के बाद रतन टाटा ने काफी सारी कंपनी को भी खरीद लिया जिसमें टाटा मोटर्स के साथ लैंड रोवर और जगुआर थी और साथ ही साथ टाटा टी के साथ कंपनी और टाटा स्टील के साथ खरीद लिया लेकिन दोस्तों रतन टाटा की जिंदगी में ऐसा भी आया जब टाटा मोटर्स घाटा हो रहा था और उन्होंने टाटा मोटर्स को सील करने का फैसला किया और इसी कारण उन्होंने फोर्ड कंपनी के साथ टाटा मोटर्स को सील करने के लिए मीटिंग रखी और मीटिंग में फोर्ड कंपनी के चेयरमैन रतन टाटा को बहुत क्रिटिसाइज किया और इन्हें आती ही नहीं तो अपने कंपनी पर इतना इन्वेस्ट क्यों किया और साथ ही साथ यह भी कहा कि भी यह कंपनी खरीद कर रतन टाटा पर एक एहसान कर रहे हैं और इतनी सारी बातें सुनने के बाद रतन टाटा वहां से उठकर चले गए और डील कैंसिल करने का फैसला किया इतनी बातें सुनने के बाद रतन टाटा ने फैसला किया कि मैं टाटा मोटर्स को मार्केट में सक्सेसफुल बना कर दिखाएंगे और काफी साल स्ट्रगल करने के बाद उन्होंने टाटा मोटर्स कर दिखाया जाए
Family
रतन टाटा की मां का नाम है सोनी टाटा और और उनके पापा का नाम है नवल टाटा जो बहुत ही ईमानदार आदमी थे और बिजनेस का अच्छा ज्ञान रखते थे रतन टाटा का एक भाई भी है जिसका नाम है नोबल टाटा जो भी अभी व्यापार में ही है और भाई के साथ ही टाटा ग्रुप को बढ़ावा देते थे
Housing
टाटा के घर की रतन टाटा अपनी फैमिली के साथ मुंबई कोलाबा में रहते हैं और दोस्तों यह साउथ मुंबई का सबसे महंगा करीब एरिया है और उनके घर की प्राइस लगभग डेढ़ सौ करोड रुपए है उनके घर में टोटल 7 फ्लोर है जिम जिम मीडिया रूम प्ले रूम और स्विमिंग पूल जैसी सुख सुविधाएं हैं और इन फोटोस और वीडियो में आप उनके घर की कुछ झलक देख सकते हैं
Cars and private jet
इनके पास एक रेड फरारी कैलिफोर्निया जिसकी प्राइस 4 करोड रुपए इनके पास एक मर्सिडीज़ सेल 500 कर है जिसकी प्राइवेसी 3 करोड रुपए रतन टाटा की सबसे महंगी कर में से एक गोल्ड नैनो कर है इस कर की बॉडी स्पेशली गोल्ड से बनाई गई है और इस पर डायमंड भी लगाए गए हैं और दोस्तों इस कर की प्राइस है 22 करोड रुपए इसके अलावा रतन टाटा के पास एक मर्सिडीज़ व 124 कर भी है जिसकी प्राइस 10 लख रुपए चार्ज कर भी है जिसकी प्राइस दो करोड रुपए रतन टाटा के पास एक एसएलआर में जिसकी प्रगति लख रुपए इसके अलावा इसके अलावा उनके पास मर्सिडीज एस क्लास कर है जिसकी प्राइस दो करोड रुपए रतन टाटा के पास अपना फाल्कन 2000 भी है जिसकी प्राइवेट 215 करोड रुपए और इस प्राइवेट जेट में एक बेडरूम एक किचन और एक वॉशरूम है और रतन टाटा ज्यादातर बिजनेस मीटिंग्स के लिए प्राइवेट जेट को उसे करते हैं
#ratantatadeath #Ratantatadeath #ratantatarip
अगर आपको हमारे ब्लॉग अच्छे लगते हैं तो अपने दोस्तों के पास जरूर भेजें और हमारी वेबसाइट के साथ जुड़े रहे